
यूं मनाओ तो कहना – मनी एक सार्थक दीवाली है।।।
एक सार्थक दीपावली वनवास कर लौटें श्रीराम, अयोध्या को मिला इनाम, खुशीयों कि प्रतिक्रिया में, पुरे राज्य को दिया सजा, दीप जलें पकवान बनें, दिया सबने हर्षोल्लास को अंजाम। धरा प्रफुल्लित हुइ देख कर प्रेम पर्व ये आया है राम चंद्र ने मर्यादा से साक्षात्कार कराया है।। दीपावली प्रतीक उजाला का सबके मन को भाता है, पर आज तम से… Read more →